कोरोना और लॉकडाउनः आटा-दाल और तेल की न हो कमी, हरियाणा सरकार ने मांगी है केंद्र से मदद
हरियाणा में लॉकडाउन के दौरान आटा, दाल और तेल की कोई कमी न रहे, इसके लिए सरकार ने केंद्र से मदद मांगी है। 14 अप्रैल तक जिलों में कितनी मात्रा में आटा, दाल और सरसों के तेल की जरूरत है। इसकी जानकारी जिलों के खाद्य आपूर्ति नियंत्रकों से जुटाने के बाद सरकार ने डिमांड केंद्रीय खाद्य एजेंसियों नेफेड और एफसीआई से की है।
सरकार ने सभी जिलों के खाद्य आपूर्ति नियंत्रकों को आदेश दिया था कि वे अपने-अपने जिलों में दालों के थोक डीलरों, सरसों तेल व आटा मिल मालिकों से संपर्क कर ये जानकारी जुटाएं कि लॉकडाउन यानी 14 अप्रैल तक ओपन मार्केट में जिलावार कितनी मात्रा में आटा, दाल और तेल की जरूरत है। सभी खाद्य आपूर्ति नियंत्रकों ने इस एक्सरसाइज को पूरा कर रिपोर्ट सरकार को भेजी थी।
जिसके बाद अब खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग हरियाणा ने पूरे प्रदेश की डिमांड के मुताबिक दालों और सरसों के लिए नेफेड से मांग की है। जबकि आटे के लिए एफसीआई से गेहूं मांगा है। ताकि आने वाले दिनों में प्रदेश में जरूरी खाद्य पदार्थों को लेकर कोई कमी न रहे। केंद्र जल्द ही प्रदेश सरकार की डिमांड पर अपना जवाब देगा। प्रदेश सरकार ने नेफेड से कुल 3646 मीट्रिक टन दालों की, 1635 मीट्रिक टन तेल निकालने के लिए सरसों की मांग की है। जबकि फूड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया से कुल 7100 मीट्रिक टन आटे के लिए गेहूं मांगा है।